आयकर विभाग ने आयकर की गणना को आसान करने के लिए करदाताओं की आय को अनेक तरह से वर्गीकृत किया है। इसके लिए भिन्न भिन्न श्रेणियों के आय वाले करदाताओं को अलग-अलग आयकर रिटर्न फॉर्म भरने होते हैं।